Jagannath Puri Temple Treasure: जगन्नाथ पुरी मंदिर के रत्नलोक का रास्ता तो मिल गया है, लेकिन उससे जुड़े हुए कई सवाल लोगों के मन में कौंध रहे हैं. मंदिर के खजाने में अस्त्र, राजाओं के मुकुट भी मिले हैं. हालांकि जगन्नाथ मंदिर की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि रत्नलोक में एक सुरंग भी हो सकती है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, रत्न भंडार में बेशकीमती आभूषण के साथ-साथ राजा महाराजाओं के युद्ध अस्त्र और मुकुट भी हैं. इतना ही नहीं इस रत्नलोक में राजाओं के भाले, तलवार और कवच समेत कुछ ऐसा सामान भी है जो इतिहास के पन्नों को दोबारा खोल सकते हैं. इन ऐतिहासिक चीजों को बहुमूल्य बताया जा रहा है.
राजाओं के जीते हुए मुकुट भगवान को करते थे अर्पित
इसके पीछे एक तर्क ये भी दिया गया कि जब भी कोई राजा दूसरे राजा पर जीत हासिल करता था तो उसके मुकुट को भगवान जन्नाथ को अर्पित कर देता था. इस तरह के कई मुकुट इस रत्न भंडार में अभी भी मौजूद हैं. रत्न भंडार जांच समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ ने इस बात की पुष्टि भी की है कि रत्न भंडार में आभूषणों के साथ-साथ मुकुट, तलवार और भाले के अलावा युद्ध के अन्य सामान भी हैं.
रत्नलोक में सुरंग का क्या है राज?
जगन्नाथ पुरी के मंदिर के रत्न भंडार में सुरंग की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रही हैं. इन सब के बीच पुरी के राजा दिव्य सिंह देव से जब पूछा गया कि क्या रत्न भंडार के कक्ष में कोई सुरंग या फिर गुप्त कमरों की कोई संभावना है तो उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण जांच के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकता है. टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से सुरंगों जैसी किसी भी संरचना के बारे में जानकारी मिल सकती है. साथ ही स्थानीय नागरिकों का मानना है कि रत्न भंडार के भीतरी कक्ष में गुप्त सुरंग है.
वहीं, जगन्नाथ मंदिर की पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष विश्वानाथ रथ ने कहा कि उन्होंने जो निरीक्षण किया उस दौरान सुरंग जैसी कोई खास चीज का सबूत नहीं मिला. इसके अलावा समिति के एक सदस्य ने इतना जरूर कहा कि रत्न भंडार में कोई गुप्त कक्ष या सुरंग नहीं है लेकिन रत्न भंडार लगभग 20 फीट ऊंचा और 14 फीट लंबा है.